अब, दुनिया भर में आपदाएं अधिक से अधिक गंभीर बढ़ रही हैं, और प्रभु की वापसी की भविष्यवाणियां मूल रूप से पूरी हुई हैं। कई विश्वासियों को पूर्वानुमान है कि प्रभु पहले ही लौट आए हैं। प्रभु का स्वागत करने के महत्वपूर्ण क्षण में, कुछ लोग बाइबल में के पद्यों से चिपकते हैं, "उस समय यदि कोई तुम से कहे, ‘देखो, मसीह यहाँ है!’ या ‘वहाँ है!’ तो विश्वास न करना। क्योंकि झूठे मसीह और झूठे भविष्यद्वक्ता उठ खड़े होंगे, और बड़े चिह्न, और अद्भुत काम दिखाएँगे कि यदि हो सके तो चुने हुओं को भी भरमा दें।"(मत्ती 24:23-24)। (© BSI) क्योंकि अंतिम दिनों में झूठे मसीह प्रकट होंगे, इसीलिए ये लोग तलाश और जांच करने की हिम्मत नहीं करते हैं जब कोई गवाही देता है कि प्रभु वापस आए हैं। वे सोचते हैं कि ऐसा करके, वे झूठे मसीहियों द्वारा ठगे जाने से बच सकते हैं। परंतु, क्या अंतर करने पर जोर नहीं देने और निष्क्रिय रूप से चीजों के खिलाफ सुरक्षा करने के ये तरीके प्रभु की इच्छा के अनुरूप हैं? अगर हम सिर्फ झूठे मसीहियों के खिलाफ आँख बंद कर सुरक्षा करें, और अगर हम सक्रिय रूप से परमेश्वर के काम और प्रकटण की तलाश और जांच-पड़ताल नहीं करते हैं, तो क्या हम अंतिम दिनों के मसीह को भीतर आने से इनकार कर दरवाजे को बंद नहीं कर रहे होंगे? क्या हम प्रभु का स्वागत करने और स्वर्ग के राज्य में उठाए जाने का मौका नहीं चूकेंगे? इसलिए, क्या हम सच्चे मसीह और झूठे मसीहियों के बीच अंतर कर सकते हैं या नहीं यह इस महत्वपूर्ण बात से संबंधित है कि हम उद्दार प्राप्त करने में सक्षम हैं या नहीं। फिर हम कैसे बुद्धिमान कुंवारियां बन सकते हैं जो प्रभु की आवाज सुनते और उसकी वापसी का स्वागत करते हैं? यह कार्यक्रम आपको सच्चे मसीह और झूठे मसीहियों के बीच अंतर करने के बारे में सत्य के पहलू को समझने देगा, ताकि आप प्रभु यीशु की वापसी का स्वागत कर सकें।
Hindi Gospel Movie Clip 2– चतुर कुंवारी "सच्चे मसीह" और "झूठे मसीहों" के बीच अन्तर कर सकती है
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